सीएसआईआर-केंद्रीय काँच एवं सिरामिक अनुसंधान संस्थान

CSIR-Central Glass & Ceramic Research Institute

Select Page

সিএসআইআর-কেন্দ্রীয় কাঁচ ও সেরামিক গবেষণা সংস্থা

सीएसआईआर-केंद्रीय काँच एवं सिरामिक अनुसंधान संस्थान

CSIR-Central Glass & Ceramic Research Institute

चैतन्यमय गांगुली

चैतन्यमय गांगुली

विशेषज्ञता: पदार्थ विज्ञान

जन्म: 1946

शिक्षा: बी.ई. धातुकर्म, बेंगल इंजीनियरिंग कॉलेज, शिबपुर, पश्चिम बंगाल, 1968।

कैरियर: भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC), मुंबई, प्रशिक्षण स्कूल में सन् 1968 में कार्य आरम्भ किया। उन्होंने लगभग 27 वर्षों तक BARC में सेवा प्रदान किया। और 1986-1995 के दौरान रेडियो धातुकर्म विभाग के प्रमुख   पद पर रहे। कलकत्ता विश्वविद्यालय से 1980 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने पश्चिम जर्मनी में कार्लज़ूए और जुएलिच में परमाणु अनुसंधान केंद्र में अनुसंधान वैज्ञानिक के रूप में काम किया। 1995 में केंद्रीय कांच एवं सिरामिक अनुसंधान संस्थान में निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया तत्पश्चात। फरवरी, 1998 में मुख्य कार्यकारी होकर परमाणु ईंधन परिसर, हैदराबाद में कार्य आरम्भ किया।

फैलो:- अलेक्जेंडर वॉन हम्बोल्ट फाउंडेशन, जर्मनी; भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी; भारतीय विज्ञान अकादमी; इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग; इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सिरामिक्स।

सम्मान एवं पुरस्कार: इस्पात और खान मंत्रालय का राष्ट्रीय धातु विज्ञान दिवस पुरस्कार; � कामानी और बिनानी स्वर्णपदक भारतीय धातु संस्थान द्वारा; एमआरएसआई पदक; D.N.Agarwal पुरस्कार तथा भारतीय सिरामिक सोसाइटी का मालवीय पुरस्कार एवं भारतीय वेल्डिंग संस्थान द्वारा KCP सम्मान।

अध्यक्ष, भारतीय पाउडर धातुकर्म एसोसिएशन (पीएमएआई); परमाणु सामग्री जर्नल, संपादकीय सलाहकार बोर्ड; आजीवन सदस्य, इंडियन सिरामिक सोसाइटी और कई अन्य पेशेवर निकाय जैसे आजीवन सदस्य भारतीय धातु संस्थान; भारतीय सिरामिक संस्थान; इंडियन न्यूक्लियर सोसाइटी; इंजीनियर्स संस्थान (भारत); मैटेरियल्स रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया और एनडीटी सोसाइटी ऑफ इंडिया। उनकी तकनीकी और व्यावसायिक उपलब्धियों के आधार पर उन्हें विश्व स्तर पर हॉल ऑव फेम चुना गया।

उल्लेखनीय योगदान: तमिलनाडु में स्थित कलपक्कम में फास्टर ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर के लिए आरंभिक प्लूटोनियम समृद्ध मिश्रित यूरेनियम प्लूटोनियम कार्बाइड ईंधन का विकास और उत्पादन; वाटर-कूल्ड रिएक्टर के लिए थोरिया आधारित उन्नत मिश्रित ऑक्साइड ईंधन का विकास; डस्ट-फ्री, रिमोटली प्रचालित सोल-जेल माइक्रोस्फीयर कार्बाइड पेलेटिसेशन (एसजीएमपी) प्रक्रिया ऑक्साइड, की संरचना हेतु यूरेनियम ऑक्साइड और मिश्रित यूरेनियम प्लूटोनियम ऑक्साइड फ्यूअल-पैलेट के उत्पादन के लिए नाइट्राइड फ्यूअल पैलेट एवं SGP-LTS (निम्म तापीय सिंटरिंग) प्रक्रिया। डॉ. गांगुली के रूचि और विशेषज्ञता के क्षेत्रों में परमाणु ईंधन, पारंपरिक और इंजीनियरिंग सिरामिक, कंपोजिट, ऑप्टिकल ग्लास और उन्नत सामग्री जैसे विविध क्षेत्रों का समावेश हैं। उन्होंने लगभग 170 प्रकाशनों का लेखन कार्य किया तथा उन्होंने सीजीसीआरआई में 4 पेटेंट दायर किए हैं। उन्होंने ट्रांस टेक्निकल पब्लिकेशन, स्विट्जरलैंड से प्रकाशित पुस्तक न्यूक्लियर फ्यूल फेब्रिकेशन � एवं एडवांस्ड सिरामिक नामक दो पुस्तकों का संपादन किया।

Last Updated on March 16, 2021